सिदो-कानहू तिकिन दो आडी विर आर दाड़ेयान होड़ किन तांहेकाना। उनकिन दो आकिनाक् आ: - सार तेगे आंगरेज को झोड़ा-लागा लेत् कोवा किन। ओना ओकतो आंगरेज सोरकारा: नाहाचार विरोद रे लाड़हाय किन एहोप् लेत् आ। उनकिन दो दिसोम आर ओत-हासा आंगरेजा: गोबोल खोन फुरगाल लागित् आकिनाक् जिवी हों किन आलाय केत् आ। ओना खातिर नितोक् हों उनकिनाक् ञुतुम आडी मानोत सालाक् को हातावा।
आंगरेज सोरकार दो भारत दिसोम रिन होड़को सांव आडी खाराप ए बेभारेत् तांहेंना। नोवा को ञेलते उनकिन दो आडी खाराप् किन बुझाव केत् आ। आंगरेजा: नाहाचार को मुचात् लागित् 30 जून 1855 हिलोक् भोगनाडीह आतु रे आडी गान सांताड़ होड़ होपोन किन जारवा लेत् कोवा। नोवा लाड़हाय दो संथाल परगना खोन एहोप् काते गोटा सेत् गे पासनाव इदिकान तांहेना। उन जोखोच् संथाल परगना दो " दामिन-ए-कोह " को मेताक् तांहेना।
संथाल हुल दो आंगरेज सोरकारा हों बाय दाबाव दाड़ेयाक् कान तांहेना। ओना खातिर सेना होंको होहोवात् कोवा। अंग्रेजी सेना रिन मेजर बेरो दो दस हजार सिपाही सांव लाड़हाय रे आंड.गो एनाय। एन हों सांताड़ दो बाड.को हाराव दाड़ेयात् कोवा।
नोवा लाड़हाय रे आड़ी गान सांताड़ होड़को गोच् होचो एना। ओना खातिर कटिच्-कटिच् ते सांताड़ हों आंगरेजाक् दाड़े सामाड. रे लिचाड़ इदियेना को। जोतो खोन माड़ाड. दिसंबर 1855 ई. रे सिदो को साप् किदिया। उनि दो 5 दिसंबर 1855 हिलोक् फासी गोच् किदि याको। ओना तायोम चॉंद आर भैरव को ठू गोच् केत् किना। मुचात् रे कानहु हों साप् काते 23 फरवरी हिलोक् भोगनाडीह आतु रे फासी गोच् किदि याको।
नुकु वीर ञेल तेगे आरहों होड़को दिसोम फुरगाल रेनाक् लाड़हाय रेको आंड.गो एना आर आबोवाक् भारत दिसोम खोन आंगरेज को लागा केत् कोवा। वीर सिदो-कानहु तिकिन मानोत् लागित् गे 30 जून हिलोक् आबो सांताड़ होड़ होपोन को हुल माहा बोन मानावा:।
* भोगनाडीह आतु रे
2. भोगनाडीह आतु दो चेदाक् नाम डाक् एना ?
* सिदो-कानहु वाक् जानाम जायगा खातिर
3. सिदो-कानहु तिकिन दो चिली पारिस होड़ किन तांहेकाना ? * मुर्मू पारिस
4. सिदो-कानहु तेको दो तिनाक् बोयहा को तांहेकाना ?
* पुन बोयहा - सिदो, कानहू, चॉंद आर भैरव
5. सिदो-कानहु तिकिन रिन बाबा वाक् ञुतुम दो चेत् तांहेंकाना ?
6. संथाल हुल दो ओका जायगा खोन एहोप् लेना ?
* भोगनाडीह आतु खोन
7. संथाल हुल दो तिस एहोप् लेना ?
8. 5 दिसंबर 1855 ई. हिलोक् ओकाय फासी काते गोच् केदे याको ?
* सिदो मुर्मू
9. 23 फरवरी 1856 ई. हिलोक् ओकोय को फासी गोच् लेदेया ?
* कानहु मुर्मू
10. हुल माहा/दिवस दो ओका हिलोक् बोन मानावा: ?
* 30 जून
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